A Secret Weapon For shiv chalisa lyricsl
A Secret Weapon For shiv chalisa lyricsl
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किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
मन मंदिर में, वास है तेरा, तेरी छवि बसाई,
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने Shiv chaisa हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
बृहस्पतिदेव की कथा
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥